Cibil Score Drop Fix: क्या आपका CIBIL स्कोर अचानक से गिर गया है? क्या लोन या क्रेडिट कार्ड के लिए अप्लाई करने में आपको मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है? अगर हां, तो आप अकेले नहीं है। आजकल अच्छा CIBIL स्कोर न होना एक बड़ी परेशानी बन गया है, लेकिन घबराइए नहीं। यह लेख आपके लिए एक कमाल की गाइड लेकर आया है। इसमें हम आपको CIBIL स्कोर को 750+ तक पहुंचाने के आसान और प्रभावी तरीके बताएंगे।
इस आर्टिकल को पूरा पढ़ने के बाद आपको कहीं और जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। हमने यहां स्कोर सुधारने के सभी जरूरी स्टेप्स को आसान भाषा में समझाया है। यहां आपको सीधा और स्पष्ट जानकारी मिलेगी, जिसे फॉलो करके आप अपने स्कोर में जल्द ही सुधार देख सकते हैं। इसलिए, इस आर्टिकल को अंत तक जरूर पढ़ें।
CIBIL स्कोर क्यों गिरता है? मुख्य वजहें जानें
सबसे पहले यह समझना जरूरी है कि आपका स्कोर आखिर गिरा क्यों है। आमतौर पर इसकी कुछ खास वजहें होती हैं। जैसे कि, अगर आपने किसी कर्ज की ईएमआई को समय पर नहीं चुकाया है, तो यह सबसे बड़ा कारण हो सकता है। इसके अलावा, अगर आपने एक साथ कई नए क्रेडिट कार्ड के लिए आवेदन किए हैं, तो इससे भी स्कोर पर बुरा असर पड़ता है। क्रेडिट कार्ड का पूरा लिमिट इस्तेमाल करना या फिर गारंटर बनने जैसी चीजें भी आपके स्कोर को नुकसान पहुंचा सकती हैं। आपकी जानकारी के लिए बता दें, आपका क्रेडिट स्कोर 300 से 900 के बीच में होता है और 750 से ऊपर का स्कोर अच्छा माना जाता है।
स्टेप 1: अपना CIBIL रिपोर्ट चेक करें और गलतियाँ ढूंढें
सबसे पहला कदम है अपना CIBIL रिपोर्ट मंगवाना। आप सीधे CIBIL की ऑफिशियल वेबसाइट से अपना रिपोर्ट खरीद सकते हैं। रिपोर्ट मिलने के बाद, उसे ध्यान से देखें। कहीं कोई गलत जानकारी तो नहीं दर्ज है? जैसे कि ऐसा लोन जो आपने लिया ही नहीं, या फिर ऐसी ईएमआई जो आपने समय पर चुका दी थी लेकिन रिपोर्ट में उसे ‘डिफॉल्ट’ दिखाया जा रहा है। अगर आपको कोई भी गलती मिलती है, तो उसे तुरंत CIBIL के पास डिस्प्यूट करने के लिए रिक्वेस्ट भेजें।
स्टेप 2: बिलों और ईएमआई को हमेशा टाइम पर पे करें
आपके क्रेडिट स्कोर का 35% हिस्सा सिर्फ आपकी पेमेंट हिस्ट्री पर निर्भर करता है। इसका मतलब है कि अगर आप अपने सभी बिलों, क्रेडिट कार्ड के बिलों और लोन की ईएमआई को हमेशा समय पर चुकाते हैं, तो आपका स्कोर अपने आप ही सुधरने लगेगा। लेट पेमेंट से बचने के लिए आप ऑटो-डेबिट का ऑप्शन चुन सकते हैं। इससे भूलने का डर भी नहीं रहेगा और आपकी पेमेंट हमेशा ऑन टाइम हो जाएगी।
स्टेप 3: क्रेडिट कार्ड के लिमिट को समझदारी से इस्तेमाल करें
आपको बता दें, क्रेडिट कार्ड का पूरा लिमिट इस्तेमाल करना आपके स्कोर के लिए अच्छा नहीं होता। आमतौर पर, आपको अपने कुल उपलब्ध लिमिट का 30% से ज्यादा इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। मिसाल के तौर पर, अगर आपके कार्ड की लिमिट 1 लाख रुपये है, तो आपको हमेशा कोशिश करनी चाहिए कि महीने का बिल 30,000 रुपये से ज्यादा न हो। इससे बैंकों को लगेगा कि आप क्रेडिट को समझदारी से इस्तेमाल करते हैं, जो आपके स्कोर को बढ़ाने में मदद करेगा।
स्टेप 4: बार-बार नए लोन या क्रेडिट कार्ड के लिए अप्लाई न करें
हर बार जब आप नए क्रेडिट के लिए आवेदन करते हैं, तो बैंक आपका CIBIL रिपोर्ट चेक करता है। इससे आपके रिपोर्ट पर एक ‘हार्ड इन्क्वायरी’ का निशान पड़ जाता है। ज्यादा हार्ड इन्क्वायरी होने से बैंकों को लगता है कि आप पैसों की कमी में हैं और आपकी आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है। इसलिए, जब तक बहुत जरूरी न हो, नए क्रेडिट के लिए अप्लाई करने से बचें।
स्टेप 5: पुराने क्रेडिट कार्ड्स को बंद न करें
कई लोग सोचते हैं कि इस्तेमाल न होने वाले पुराने क्रेडिट कार्ड को बंद कर देना एक अच्छा फैसला है। लेकिन आपकी जानकारी के लिए, ऐसा करना आपके क्रेडिट स्कोर को नुकसान पहुंचा सकता है। दरअसल, आपकी क्रेडिट उम्र (Credit History Length) आपके स्कोर का एक अहम हिस्सा है। जितना पुराना आपका क्रेडिट अकाउंट होगा, उतना ही अच्छा आपके स्कोर के लिए है। इसलिए, पुराने कार्ड्स को बंद करने के बजाय, उन्हें सुरक्षित रखें और कभी-कभार छोटे-मोटे खर्चे के लिए इस्तेमाल करते रहें।
स्टेप 6: सेक्योर्ड लोन लेने पर विचार करें
अगर आपका स्कोर कम है और आपके पास कोई पुराना लोन चल रहा है, तो आप सेक्योर्ड लोन (जैसे होम लोन या लाइफ इंश्योरेंक पॉलिसी पर लोन) लेने के बारे में सोच सकते हैं। सेक्योर्ड लोन में बैंक का जोखिम कम होता है, इसलिए उन्हें देने में आसानी होती है। इस तरह के लोन को समय पर चुकाने से आपके क्रेडिट इतिहास में बढ़ोतरी होती है और स्कोर सुधरने लगता है। हालांकि, इस कदम को उठाने से पहले अपनी आमदनी और पुराने कर्ज को जरूर ध्यान में रखें।
स्टेप 7: धैर्य रखें और नियमित तौर पर मॉनिटर करते रहें
CIBIL स्कोर एक रात में नहीं सुधरता। इसमें वक्त लगता है। सबसे जरूरी बात है कि आप इन आदतों को अपनी रोजमर्रा की जिंदगी